October 11, 2024

Visitor Place of India

Tourist Places Of India, Religious Places, Astrology, Historical Places, Indian Festivals And Culture News In Hindi

काबुल एयरपोर्ट पर हुए 2 आत्मघाती धमाकों की जिम्मेदारी ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली, 80 लोगों की मौत !

काबुल एयरपोर्ट पर हुए 2 आत्मघाती धमाकों की जिम्मेदारी ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली, 80 लोगों की मौत !

अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Hamid Karzai International Airport) के ठीक सामने गुरुवार शाम हुए दो फिदायीन हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है। इस हमले में 80 लोग मारे जा चुके हैं और 200 से ज्यादा जख्मी हैं। अमेरिकी सेंट्रल कमांड के जनरल कैनेथ मैकेंजी ने कहा है कि मरने वालों में 12 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं, जबकि 15 घायल हैं। काबुल एयरपोर्ट से तमाम फ्लाइट ऑपरेशन्स बंद कर दिए गए हैं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल एयरपोर्ट हमले की निंदा करते हुए कहा कि सैनिकों की मौत बेहद दुखद है, दूसरों की जान बचाने में अमेरिकी सैनिकों का बलिदान हम कभी भुलेंगे नहीं और ना ही माफ करेंगे। हम आतंकियों को ढूंढकर मारेंगे।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा- गुरुवार को हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर पहला ब्लास्ट हुआ। कुछ ही देर बाद एयरपोर्ट के नजदीक बैरन होटल के पास दूसरा धमाका हुआ। यहां ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे। एयरपोर्ट के बाहर तीन संदिग्धों को देखा गया था। इसमें से दो आत्मघाती हमलावर थे, जबकि तीसरा बंदूक लेकर आया था। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।

वहीं, अब अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी (ABC) के मुताबिक एयरपोर्ट पर और भी आतंकी हमले हो सकते हैं। अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी (ABC) एयरपोर्ट के नॉर्थ गेट पर कार बम ब्लास्ट का खतरा है। ऐसे में काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने नया अलर्ट जारी किया है।

तालिबान के खुरासान ग्रुप के साथ लिंक

अफगानिस्तान के स्वघोषित कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने दावा किया है कि तालिबान के खुरासान ग्रुप के साथ लिंक हैं। हालांकि, तालिबान ने हमलों के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है।सालेह ने धमाकों के बाद ट्वीट किया, ‘तालिबानियों को उनके आकाओं से अच्छी सीख मिली है। तालिबान ने आईएसआईएस के साथ अपने रिश्ते को खारिज कर दिया है। ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने क्वेटा शूरा पर पाक के लिंक से इनकार कर दिया था। हमारे पास मौजूद हर सबूत से पता चलता है कि ISIS के खुरासान ग्रुप की जड़ें तालिबान और हक्कानी नेटवर्क में हैं।’